संघ वटवृकà¥à¤· के बीज – डॉकà¥à¤Ÿà¤° हेडगेवार जी की 125वीं जयनà¥à¤¤à¥€ पर नमन
राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¯à¤‚सेवक संघ का नाम आज सरà¥à¤µà¤¤à¥à¤° चरà¥à¤šà¤¾ में है. संघ कारà¥à¤¯ का बà¥à¤¤à¤¾ वà¥à¤¯à¤¾à¤ª देख कर संघ विचार के विरोधक चिंतित होकर संघ का नाम बार-बार उछाल रहे हैं. अपनी सारी शकà¥à¤¤à¤¿ और यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ लगाकर संघ विचार का विरोध करने के बावजूद यह राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ शकà¥à¤¤à¤¿ कà¥à¤·à¥€à¤£ होने के बजाय बॠरही है, यह उनकी चिंता और उदà¥à¤µà¥‡à¤— का कारण है. दूसरी ओर राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¤ में सोचने वाली सजà¥à¤œà¤¨ शकà¥à¤¤à¤¿ संघ का बà¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ à¤à¤µà¤‚ वà¥à¤¯à¤¾à¤ª देख कर à¤à¤¾à¤°à¤¤ के à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के बारे में अधिक आशà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ होकर संघ के साथ या उसके सहयोग से किसी ना किसी सामाजिक कारà¥à¤¯ में सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ होने के लिठउतà¥à¤¸à¥à¤• हैं, यह देखने में आ रहा है. संघ की वेबसाइट पर ही संघ से जà¥à¥œà¤¨à¥‡ की उतà¥à¤¸à¥à¤•ता जताने वाले यà¥à¤µà¤•ों की संखà¥à¤¯à¤¾ 2012 में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¸ 1000 थी. यही संखà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¸ 2013 में 2500 और 2014 में 9000 थी. इस से ही संघ के बà¥à¤¤à¥‡ समरà¥à¤¥à¤¨ का अंदाज लगाया जा सकता है. संघ की इस बढती शकà¥à¤¤à¤¿ का कारण शाशà¥à¤µà¤¤ सतà¥à¤¯ पर आधारित संघ का शà¥à¤¦à¥à¤§ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ विचार à¤à¤µà¤‚ इसके लिठतन–मन–धन पूरà¥à¤µà¤• कारà¥à¤¯ करने वाले कारà¥à¤¯à¤•रà¥à¤¤à¤¾à¤“ं की अखंड शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला है.